PM Muft Ration Yojana: भारत में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (PMGKAY) करोड़ों गरीब और कमजोर वर्ग के लोगों के लिए जीवनरेखा साबित हो रही है। यह योजना दुनिया की सबसे बड़ी खाद्य सुरक्षा योजनाओं में से एक है, जिसके तहत देशभर के लगभग 81 करोड़ से अधिक लोगों को मुफ्त राशन दिया जा रहा है। इस योजना का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि देश का कोई भी गरीब परिवार भूखा न रहे और उन्हें हर महीने बुनियादी खाद्य सामग्री उपलब्ध हो सके।
PM Muft Ration Yojana की शुरुआत और विस्तार
इस योजना की शुरुआत साल 2020 में कोरोना महामारी के दौरान हुई थी। उस समय पूरे देश में लॉकडाउन लागू था और लोगों की आजीविका बुरी तरह प्रभावित हो चुकी थी। लाखों लोग काम-धंधे से हाथ धो बैठे थे और रोज़मर्रा की जरूरतें पूरी करना मुश्किल हो गया था। ऐसे हालात में प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना की शुरुआत की गई, जिसके तहत गरीब परिवारों को मुफ्त में अनाज उपलब्ध कराया गया। इस योजना ने महामारी के कठिन दौर में करोड़ों परिवारों को भूखमरी से बचाया। खास बात यह है कि सरकार ने इस योजना को केवल महामारी तक सीमित नहीं रखा, बल्कि इसे आगे भी जारी रखते हुए साल 2029 तक बढ़ा दिया है।
PM Muft Ration Yojana क्या मिलता है योजना में
इस योजना के तहत पात्र राशन कार्ड धारकों को प्रति सदस्य हर महीने 5 किलो अनाज दिया जाता है। यह अनाज गेंहूं या चावल के रूप में मिलता है। यानी यदि किसी परिवार में 4 सदस्य हैं, तो उन्हें हर महीने कुल 20 किलो मुफ्त खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाता है। यह राशन सरकारी डिपो और फेयर प्राइस शॉप्स के माध्यम से बांटा जाता है।
PM Muft Ration Yojana का कानूनी आधार
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम (NFSA) से जोड़ा गया है। NFSA के प्रावधानों के तहत गरीब और कमजोर वर्गों को सस्ती दरों पर खाद्यान्न उपलब्ध कराया जाता है। लेकिन PMGKAY के तहत यह अनाज पूरी तरह मुफ्त में दिया जाता है। यही वजह है कि इसे दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे असरदार फूड सिक्योरिटी स्कीम माना जाता है।
PM Muft Ration Yojana लाभ कैसे उठाएं
योजना का लाभ उठाने के लिए लाभार्थियों के पास राशन कार्ड होना जरूरी है। राशन कार्ड की मदद से वे नजदीकी सरकारी राशन दुकान से मुफ्त में अनाज प्राप्त कर सकते हैं। अलग-अलग राज्यों में कुछ अतिरिक्त पात्रता शर्तें भी लागू की गई हैं, लेकिन बुनियादी शर्त यही है कि आवेदक राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत पात्र हो। राशन लेने के दौरान आधार कार्ड की भी जरूरत पड़ सकती है। अगर किसी के पास राशन कार्ड नहीं है, तो उसे अपने राज्य के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग से संपर्क कर नया राशन कार्ड बनवाना होगा।
PM Muft Ration Yojana आवश्यक दस्तावेज
इस योजना के लिए AAY (अंत्योदय अन्न योजना) या PHH (प्राथमिक परिवार श्रेणी) का राशन कार्ड होना जरूरी है। इसके अलावा आधार कार्ड भी जरूरी दस्तावेजों में शामिल है। यदि कोई लाभार्थी यह जांचना चाहता है कि उसका नाम सूची में शामिल है या नहीं, तो वह dfpd.gov.in या अपने राज्य की आधिकारिक खाद्य आपूर्ति वेबसाइट पर जानकारी ले सकता है।
PM Muft Ration Yojana लाभार्थियों की संख्या में बढ़ोतरी
जब यह योजना शुरू की गई थी, तब करीब 80 करोड़ लोग इसका लाभ ले रहे थे। अब तक यह संख्या बढ़कर 81 करोड़ से अधिक हो गई है। यानी योजना की शुरुआत से लेकर अब तक लगभग 1 करोड़ लोगों की अतिरिक्त संख्या जुड़ी है। यह वृद्धि दिखाती है कि सरकार लगातार जरूरतमंदों तक इस योजना को पहुंचाने के प्रयास कर रही है।
PM Muft Ration Yojana गरीबों के लिए बड़ी राहत
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना ने भारत में गरीबी और भूखमरी के खिलाफ लड़ाई में बड़ी भूमिका निभाई है। यह योजना विशेषकर उन परिवारों के लिए सहारा है जो रोज़ाना की मजदूरी पर निर्भर रहते हैं और जिनकी आय अस्थिर रहती है। मुफ्त राशन मिलने से उन्हें जीवन यापन में राहत मिलती है और अन्य खर्चों के लिए थोड़ी आर्थिक मदद भी हो जाती है।
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निष्कर्ष
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